कबीर और नरसिंहराव
जन्मदिवस
दो ऐसे विद्वान व्यक्ति के,
एक अनपढ़ रहे ताउम्र,
कलम पकड़े नहीं
और आतम-ज्ञान के
संत हो गए ‘कबीर’ !
दूजे थे भाषाविद
और देश-विदेश के
सत्रह से अधिक
भाषाओं के ज्ञाता
बाहर-ज्ञान के विद्वान,
जो आंतरिक ज्ञान में
पिछड़ गए
और तांत्रिक चंद्रास्वामी को
गुरु और गुरु-घंटाल बना बैठे !
पहचाने-
देश के पूर्व प्रधानमंत्री
पी.वी.नरसिंहराव सर !
दोनों आदरणीयों को
जन्मदिवस पर
सादर-सुमन !