आकाशी तारे
गेस्ट लेक्चरर
यानी
अतिथि शिक्षक
तो अतिथि पत्नी
क्यों नहीं ?
अतिथि पति भी
क्यों नहीं ?
लोग रिश्ते की बात
कनफुसयारी तरह सुनेंगे,
अगर उन्हें हम
सामने कह दिए,
तब वह
इसतरह
हकबकाएंगे
कि मानो
उनके बगल में
पटाखा फट गया हो !
आगे देखिए-
माँ ने बनाई ‘पेड़े’
आकार छोटे हैं,
पर विशुद्धता लिए है !
माँ ने दिलचस्प बातें
शेयर की-
ये पेड़े ‘पेड़’ से
नहीं तोड़े गए हैं !
जैसे आकाशी तारे को
समुद्र में
लाये जा सकते हैं,
किन्तु उसे तोड़ना
मुश्किल !