बेमन
सभी श्मशान घाटों पर
विद्युत शवदाहगृह
कबतक होंगे ?
यह व्यवस्था
शवों के खुले में
जलाने से उत्पन्न
‘प्रदूषण’ को दूर करेंगे !
वकील और
क्लीनिकल डॉक्टर
लेते हैं
अनावश्यक फीस;
पूछने पर कहेंगे-
उन्होंने पढ़ने में
लाखों खर्च किए,
इसलिए वसूलेंगे कहाँ ?
दादाजी ने
मृत्युभोज की
मनाही किये थे
और मेरे परिवार ने
इस क्षेत्र में
पहलीबार
दादाजी की मृत्यु पर
भोज नहीं किए थे.
यह कुप्रथा है !
यह कुपरम्परा है।
पूर्वजन्म या पुनर्जन्म
या दोनों
लोगों को सिर्फ
सांत्वना देने का
साधन है
कि इस जन्म में
कुरूप हो तो
अगले जन्म में
सुंदर प्रिंस या
प्रिंसेस बनोगे !