करगिल विजय दिवस
मैडम आशा देवी की पुण्यतिथि पर सादर नमन और विनम्र श्रद्धांजलि !
विदित है, 26 जुलाई को ‘सर्वोदय समाज, कटिहार’ के संस्थापक व अध्यक्ष श्री अशोक कुमार की जीवनसंगिनी मैडम आशा देवी की पुण्य स्मृति है और इस पुण्य स्मृति के प्रसंगश: ‘कटिहार गौरव सम्मान’ समारोह आरम्भ हुई थी, इसबार (26 जुलाई 2021) भी कोरोना कहर और लॉकडाउन के कारण सम्मान समारोह स्थगित है ! मैं और मेरी कवयित्री बहन भी इस सम्मान से सम्मानित हुए हैं।
26 जुलाई 1999 को न केवल ‘करगिल’, अपितु भारतीय वीर-बाँकुरों ने देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र के उत्तुंग शिखर पर जाकर नापाक ‘पाकिस्तान’ का मर्दन किए थे । हमारे सैनिक हिमालय की तरह अडिग और बर्फ होकर भी इस्पाती चट्टान हैं । ‘करगिल दिवस’ पर हमें खुद पर गर्व महसूस हो रहा है । इस अघोषित युद्ध-विजय के बहाने ‘भारतरत्न अटलजी’ के साहस और सूझबूझ की याद भी सायास हो आती है।
काश! ‘सियाचिन’ को भी हम ऐसे ही ले लेते ! कभी विक्रमादित्य की सत्ता ‘चीन’ तक भी थी, अशोक की सत्ता ‘ईरान’ तक थी। आज अखण्ड भारत की सत्ता तीन खंडों में है । यह तीनों मिल फिर से अखंड भारत कहलाते, तो आनंद में अप्रतिम इज़ाफ़ा होता ! इस विजयगाथा के सभी शूरवीरों को हृदयश: नमन ! इस अघोषित युद्ध-विजय के बहाने ‘भारतरत्न अटलजी’ के साहस और सूझबूझ की याद भी सायास आ जाती है । तभी तो कहता हूँ कि काश! ‘सियाचिन’ को भी हम ऐसे ही ले लेते !
26 जुलाई सर्वोदय समाज, कटिहार के संस्थापक अध्यक्ष श्रीमान अशोक कुमार की धर्मपत्नी श्रीमती आशा देवी भी उन्हें बिछुड़कर स्वर्ग सिधार गयी थी । करगिल दिवस और आशाजी की पुण्य-स्मरण में प्रतिवर्ष ‘कटिहार गौरव’ सम्मान दी जाती है । यह सम्मान मुझे भी प्राप्त हुआ है और मेरे परिवार के दो सदस्यों को यह सम्मान मिल चुका है । यह कटिहार के लिए गौरव का क्षण है । सर्वोदय समाज और अशोक सर को ऐसे सफल आयोजन करने के प्रसंगश: शुभकामनाएं !
26 जुलाई यानी आज ‘कारगिल विजय दिवस’ है ! सन 1999 में 26 जुलाई को हमारी पराक्रमी सेना ने पाकिस्तानी सेना की एक जबरन घुस आए टुकड़ियों को मार गिराए थे और कारगिल के उत्तुंग शिखर पर अपना राष्ट्रध्वज लहराए थे…. भारतीय सेना और उनके पराक्रम को सलाम !