काव्य संग्रह ‘कोरोना काल में कविता’ का विमोचन
लखनऊ। शिक्षक एवं साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय द्वारा संपादित बेसिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की कोरोना सम्बंधी रचनाओं का साझा काव्य संग्रह ‘कोरोना काल में कविता’ का विमोचन कर संपादक एवं साहित्यकार अनिल अनूप (जालंधर) ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में भोगे गये यथार्थ को उद्घाटित करती ये कविताएँ पाठक को तत्कालीन घटनाक्रम से जोड़ती हैं। 81 शिक्षक-शिक्षिकाओं की रचनाओं को एकत्र एक पुस्तक का रूप देकर संपादक प्रमोद दीक्षित ने सराहनीय काम किया है। यह संग्रह आगामी पीढ़ी के लिए एक दस्तावेज सिद्ध होगा।
अभी मीडिया ग्रुप द्वारा 8 अगस्त को लखनऊ में आयोजित एक भव्य पत्रकार मिलन समारोह में शैक्षिक संवाद मंच उ.प्र. द्वारा प्रकाशित प्रमोद दीक्षित मलय द्वारा संपादित साझा काव्य संग्रह ‘कोरोना काल में कविता’ का विमोचन मृगेंद्र नारायण श्रीवास्तव (डायरेक्टर, अभी मीडिया ग्रुप), समूह संपादक अनिल अनूप, अभिषेक श्रीवास्तव, संपादक प्रमोद दीक्षित मलय एवं मोहन द्विवेदी द्वारा नेपाल एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये मीडिया कर्मियों के बीच किया गया। प्रमोद दीक्षित ने सम्बोधित करते हुए कहा कि संग्रह की कविताएं शिक्षकों के अनुभवों से उपजी हैं। इन कविताओं में निराशा, पलायन, हताशा है तो आशा, विश्वास, उत्साह और चुनौतियों से लड़ने-जूझने का भाव भी। संग्रह की भूमिका कवि कथाकार अखिलेश श्रीवास्तव चमन ने लिखी है। अध्यक्षता करते हुए मृगेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने कोरोनाकालीन कविताओं को समाज के लिए आवश्यक बताया। समारोह का संचालन मोहन द्विवेदी (देवरिया) ने किया। सभी अतिथियों को पुस्तक की एक-एक हस्ताक्षरित प्रति भेंट की गयी। इस अवसर पर अभी मीडिया ग्रुप द्वारा संग्रह के संपादक प्रमोद दीक्षित मलय को बुके एवं सम्मान पत्र भी भेंट किया गया। कार्यक्रम में शुभम श्रीवास्तव, दुर्गा प्रसाद शुक्ला, रग्घू यादव, मिश्रीलाल कोरी, रामशरण कटियार, पंकज श्रीवास्तव, चुन्नीलाल प्रधान, कंचन सिंह, अब्दुल मोबिन सिद्दीकी, प्रकाश झा, सुरेश द्विवेदी, संदीप शुक्ला आदि उपस्थित रहे।