कविता

जीवन एक अंधकार है….

जीवन एक अंधकार है
यदि जीवन में अंधकार ना हो
तो ये जीवन बेकार है
होती है कितनी प्यारी
ये रातों की चांदनी
बनती नभ के तारों से
यह रातें मन भावनी
होता नहीं अंधेरा तो
दीपक हम ना पाते
फिर कैसे इस जीवन में
प्रेम का द्वीप जलाते
ना होता अंधकार तो
कैसे हम रोशनी पाते
और इस अंधेरे जीवन में
कैसे अलख ज्योति जगाते
तम है ये कितना निर्मल
जो हमको सिखलाता है
सच्चे और झूठे लोगों का
हमको बोध कराता है
✍️*रमाकान्त पटेल*

रमाकान्त पटेल

ग्राम-सुजवाँ, पोस्ट-ढुरबई तहसील- टहरौली जिला- झाँसी उ.प्र. पिन-284206 मो-09889534228