कविता

जीवन रक्षा मंत्र

मानव जीवन में सड़कें
जीवन का अनिवार्य हिस्सा है
इसके बिना तो जैसे
अधूरा जीवन का किस्सा है।
हमारे जीवन का बड़ा हिस्सा
सड़कों पर गुजरता है,
जीवन रक्षा के लिए
सड़क सुरक्षा नियमों का
पालन जरूरी होता है,
बिना नियम पालन के
हम सब पर हर समय
खतरा मँडराता रहता है ।
सड़क सुरक्षा नियम पालन
हम सबकी जिम्मेदारी है,
हमारी लापरवाही कभी हम पर
तो कभी औरों पर पड़ती भारी है,
हमारी छोटी सी लापरवाही
बहुत बार बड़ी दुर्घटना का
कारण बन जाती है,
कभी एक दो तो कभी
दस, बीस, तीस, पचास,
सौ की भी जान चली जाती है।
मरने वाला मर गया
चलो कोई बात नहीं
ये ईश्वर की माया है
कहकर हम आगे बढ़ जाते हैं,
परंतु उस एक की मौत से
कितनों का भविष्य तो छोड़िए
वर्तमान भी उजड़ जाता है,
किसी का बाप, बेटा, बेटी,
तो किसी का सुहाग उजड़ जाता है,
किसी के जीवन की उम्मीदें
तो किसी के जीवन का
इकलौता सहारा भी लुट जाता है।
ऐसा भी हो सकता है
मरने वाले हम,आप,..
आप या फिर आप भी हो सकते हैं,
हमारे, आप या…….फिर
आप के न होने से
कितने लोग प्रभावित होंगे?
बस यही सोचने समझने और
विचार करने की जरुरत है।
नियमों का पालन कर किसी पर
एहसान मत कीजिये,
अपने जीवन की रक्षा के बारे में
सड़क सुरक्षा के साथ
खुद जोड़कर भी देखिये।
काश ऐसा हो जाये
सड़क सुरक्षा हम सब ही
पूरी तरह पालन करने लग जायें,
तो सच मानिए
नब्बे प्रतिशत दुर्घटनाएं
अपने आप रुक जायें,
सड़कों पर होने वाली मौतें
सिर्फ़ अपवाद बनकर रह जायें।
जाने कितने लोग इस दंश का
शिकार होने से बच जायें,
आइए!सड़क सुरक्षा नियम अपनाएं
सिर्फ़ अपना ही नहीं
जाने कितने औरों की
जीवन रक्षा का मंत्र अपनायें।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921