रोटी की कहानी
मेरा नाश्ता
रोटी है !
यह रोटी नहीं
जली है,
मेरी खोटी
दिलजली है।
रोटी-रोटी के
लाले,
रंग-बदरंग
काले !
खुद रोटी
बेली है,
ना कोई
चमेली है।
हूँ नियोजित भर
लाश,
सरकार
और अदालत ने
किया निराश।
सर और कार है
बकवास,
हूँ, रहूँगा,
जीवनभर निराश !
यह है मेरी
रोटी की कहानी।