तितली
अरे आपने फिर सिगरेट जला ली समझ नहीं आता क्यों फूंकते रहते हो । सुचि झल्लाती जा रही थी । नमन शान्त थे । उन्हें पता था सुचि को उनकी बहुत चिन्ता रहती है। जब से हार्ट अटैक हुआ है। वह रात दिन टोकती है। हमेशा कहती है एक बार बच गयी हूँ कोई तुम्हारी देखभाल नहीं करने वाला ।
नमन बीते दिनों में पहुँच गये । बहुत पैसे वाले घर में जन्म लिया बहुत लाड़ले थे पूरे परिवार के । पढ़ने में भी अग्रणी । जवानी में कदम रखे तो सारे रंगीन सपने नजर आने लगे । आदतें भी बदलने लगी । मां बाप को चिन्ता नहीं थी । मां अपनी ऊँची सोसायटी में व्यस्त तो पिता अपने कारोबार में । नमिता बहुत अमीर घर की बिगड़ी नकचढ़ी लड़की थी । नमन को मन भा गयी । दोनों की मुलाकात प्यार तक पहुँच गयी । मां बाप को नमिता अधिक पंसद नहीं थी । घर के दरवाजे से आवाज निकलती है तो बाहर तक जाती है। दोनों के बीच वह सम्बन्ध बन गये जिन्हें समाज स्वीकार नहीं करता ।नमिता के और लड़को से भी सम्बन्ध थे । एक दिन नमन नमिता के साथ था । उसी समय नमिता के और दोस्त आगये और नमन को बुरी तरह मारा और झाड़ियों में डाल कर चले गये ।
नमन के मांबाप को जब पता लगा तो वह उसे बेहोशी हालत में लेकर अस्पताल पहुँचे । बहुत मुश्किल से उसकी जान बची पर डा.ने कह दिया ये कि शादी करदे पर बच्चा नहीं पैदा होगा ।
नमिता तो तितली थी उड़ गयी दूसरे पंतगे को जलाने के लिये । नमन की मां के गांव की लड़की थी सुचि वह घर आती जाती थी । वह नमन से मन ही मन प्यार करती थी । जब उसने मां को परेशान देखा तो निर्णय नमन से शादी करने का लिया। नमन ने बहुत समझाया कि मै तुम्हें कोई सुख नहीं दे सकता पर वह नहीं मानी और शादी कर ली । आज तक वह सबकी देखभाल ही तॊ करती आई थी । नमन की जरा सी भीउदासी उसे परेशान कर देती थी । पिछले हफ्ते उसे अटैक आगया । नमन बहुत परेशान होगया ।आज सुची देख रही थी यह वही नमन है जो नमिता के पीछे दीवाना था । आज वह उसे कितना प्यार करता है। उसने पीहू को अनाथालय से गोद ले लिया इसलिये कि नमन को महसूस ना हो कि वह संतान पैदा नहीं कर सकता ।
वह अचानक उठी और नमन से लिपट गयी अभी तुम्हें छोड़ कर नहीं जाऊगी तितली नहीं हूँ ।
— डा. मधु आंधीवाल