कविता

सत्य मार्ग

सच्चाई की बुझा देता है सब बाती
झूठे को मिल जाता है सब साथी
अजीब फितरत है  इस जग माहीं
सच्चाई की कोई मित्र यहाँ नाहीं

सच्चाई की पथ पर शूल अनेक हैं
घायल करने को तैयार खड़े हैं
कोई मरहम ना कोई है दवाई
सच्चाई की कोई मित्र यहाँ नाहीं

सत्य मार्ग पर अनेक कठिनाई
सामना करने में कोई सक्षम नाहीं
कोई मददगार नहीं मिलता है
सत्य मार्ग पर जो चल पड़ता है

कितना भी कोई झंझावत खड़ा करे
आँधी पानी तुफान  की हवा करे
झूठा गिर ही जाता है  जग में
सच्चाई की जीत हो जाती है अन्त में

— उदय किशोर साह

उदय किशोर साह

पत्रकार, दैनिक भास्कर जयपुर बाँका मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार मो.-9546115088