कविता

कविता

कर्मों पर बस करो भरोसा
बाकी सब भगवान के हाथ
भाग्य सहारे बैठे रहे तो
प्रभु का भी नहीं मिलता साथ ।।

कोशिश करना कभी ना छोड़ो
मुश्किलें चाहे जितनी भी हों
आशा का रहो दामन थामे
बाद में जो होना हो वह हो ।।

भाग्य में चाहे कुछ भी लिखा हो
सदा कर्म का मार्ग चुनो
गीता का उपदेश यही है
भाग्य सहारे मत बैठो ।।

ताजा नजीर टोक्यो पैरा ओलंपिक
विकलांग धावकों ने भाग लिया
भाग्य लकीरें पीछे छोड़कर
कितने ही मेडल अपने नाम किया

अपना काम तो चलते रहना
ठोकरें चाहे मिले हजार
लक्ष्य तो अपने आप मिलेंगे
बस मन से मत मानो हार ।।

नवल किशोर अग्रवाल

इलाहाबाद बैंक से अवकाश प्राप्त पलावा, मुम्बई