दशहरा
रावण को तो आप फूंक आए
पर सच सच बताना
क्या रावण को फूंकने से
असत्य पर सत्य की जीत हो गई
चलो दुनियां की छोड़ो
क्या खुद मैने अपने असत्य पर
सत्य को प्रतिस्थापित कर दिया
सच कहूं या झूठ
सच तो यह है
मेरा असत्य अपनी जगह पर अडिग है
मेरी बुराई रावण के साथ जली नहीं
जलेगी भी कैसे
मुझमें ताकत नहीं हैं
रावण की तरह राम से लड़ने की