नारी नहीं है पहेली
नारी नहीं है पहेली
अगर,
तो माँ रूप में !
माँ मतलब
कुंती भी, मरियम भी,
द्रोपदी-गांधारी भी,
कैकेयी भी, पुतली भी,
देवकी-यशोदा,
तो कंश की माता भी,
कमला कौल भी,
हीराबेन भी,
चंबल के डकैतों की माँ भी,
भरतवत्सला मंथरा भी,
फूलन देवी की माँ भी,
या राष्ट्रमाता भी,
मदर टेरेसा भी,
तो फाँसी पर चढ़ गए
हत्यारे, अपराधी..
इत्यादि की माँ भी,
माँ मतलब
चाहे विवाहिता हो
या लिव इन रिलेशनवाली
या अविवाहित माँ हो
या कचरे के डब्बे में
फेंके गए नवजातों की माँ हो
या बछड़े की माँ हो
या कुत्ते के पिल्ले की मां..
माँ मतलब
आदरणीया होती हैं,
श्रद्धेया होती हैं !