राजनीति

भोला सिंह

बेगूसराय (बिहार) से भाजपा सांसद ‘कामरेड’ भोला सिंह का निधन 80 वर्ष की आयु में गत वर्ष 19 अक्टूबर 2018 की रात्रि को राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली में हो गया ।
श्री भोला सिंह पहली बार 1967 में वाम दलों के समर्थन में बेगूसराय से निर्दलीय विधायक चुने गए थे, फिर 8 बार यहीं से विधान सभा के लिए जाते रहे !

2009 में नवादा से लोकसभा के चुने गए और 2014 में बेगूसराय से लोकसभा के लिए जीते और वहीं से वर्त्तमान में प्रतिनिधित्व कर रहे थे । वह बिहार में कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री और विधान सभा के उपाध्यक्ष भी रहे।

श्री भोला सिंह लगभग हर पार्टियों में रहे ! भाजपा में आने से पहले वे कम्यूनिस्ट पार्टी, कांग्रेस, लोकदल, जनता दल, राष्ट्रीय जनता दल इत्यादि पार्टियों में रहे !
यानी कि वे लेफ़्ट-राइट करते रहे !

वे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के चहेते रहे हैं ! वे  इतिहास के प्रोफेसर थे ।
1967 में वह निर्दलीय विधायक बने, किन्तु वाम दलों के सपोर्ट पर, तो 1972 में भाकपा से विधायक बने । इसके बाद 1977 में वह कांग्रेस में चले गए । फिर 1990 और 1995 में वह जनता दल, फिर राष्ट्रीय जनता दल के विधायक रहे !  इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए, किन्तु श्री नरेन्द्र मोदी सरकार की योजनाओं पर प्रश्नचिह्न लगाए। महत्वाकांक्षी परियोजना ‘स्मार्ट सिटी’ की उपयोगिता पर भी सवाल उठाए! इतना ही नहीं, JNU के छात्र नेता कन्हैया को ‘भगत सिंह’ बताने में चुके नहीं!

भाजपा में रहकर भी वे ‘कम्युनिस्ट’ मानसिकता के पोषक रहे !
कई पार्टियों के पोषक व विनम्र ‘भोला’ को सादर श्रद्धांजलि !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.