कविता

एक नई दीपावली

छाई है नफ़रते हर जगह
आओ मिलकर
मोहब्बत का
एक नया गीत गाये।
छाया है अविश्वास का
घना अंधकार
यहाँ हर जगह,
आओ मिलकर
विश्वास का एक नन्हा सा
दीया जलाएं।
छाया है मृत्यु का
तांडव यहां हर जगह,
आओ मिलकर
नव जीवन का संचार करें।
छाया है महामारी का
प्रकोप यहाँ हर जगह
आओ मिलकर
स्वस्थ जीवन के लिए
ईश्वर के आगे
मिलकर पुकार करें।

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233