अपातकाल
नाम के स्वरुप ही स्वर था कोकिला का। भक्ति संगीत में उसका जवाब न था। आज उसका ऑडिशन था। भगवान का आशीर्वाद लेकर, सीधे दूरदर्शन केन्द्र पहुंच गई।
“कुछ अच्छा सा गा कर दिखलाइए?” ऑडीशन लेने वालों ने कहा।
जैसे ही उसने राम भजन गाना शुरु किया, पूरा रिकॉर्डिग रूम भक्तिमय हो उठा। पर… आपातकाल समय में राम नाम? “मैडम, मरवाएंगी क्या? हमारा लोगो “सत्यम शिवम सुंदरम” हटा दिया गया है और आप राम भजन गा रही हैं। कोई गज़ल सुना सकती हैं?” उनमें से एक बोला।
“आपातकाल आपके लिए होगा, मेरे या मेरे भगवान के लिए नहीं।” गर्व से राम नाम गुनगुनाती हुई कोकिला को देख, कईं चेहरे झुक गए थे ।
अंजु गुप्ता