खादी ने फ़ैशन क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई
भारत बड़ी तेज़ी के साथ है आत्मनिर्भर भारत और नए भारतकी ओर बढ़ रहा है। साथियों भारत के हर क्षेत्र परिवहन, बिजली, रेल्वे, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य सूक्ष्म लघु एवं उद्यम इत्यादि हर क्षेत्रों में सकारात्मक खबरें आ रही है जिसमें इस बात की गारंटी हो चुकी है कि हम अपना आत्मनिर्भर भारत और नया भारत विज़न 2047 अपने टारगेट से पूर्व शीघ्र ही पूर्ण कर लेंगे और वैश्विक रूप से भारत की सफलताओं का डंका बजेगा!!! वैश्विक लीडर का ताज भारत के सिर पर होगा!!! वैसे भी आज दिनांक 13 दिसंबर 2021 को ख़ुशखबरी आई कि मिस यूनिवर्स का ताज़ भारत को मिला है। जिसे हमारे देश के पीएम ने भी बधाई देकर उन्हें आगे भविष्यके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी है। साथियों बात अगर हम हमारी आज दूसरी सबसे बड़ी सफ़लता की करें तो अमेरिकी कंपनी पैटागोनिया ने अपने परिधानों के लिए खादी डेनिम को चुना है जो भारतीय टिकाऊपन और शुद्धता का प्रतीक खादी के लिए स्वर्णिम अवसर है!!! हालांकि खादी को वैश्विक रूप से बहुत पसंद किया जाता है परंतु ऐसे समय में जब हम लोग लोकल टू वोकल ग्लोबल पर बल दे रहे हैं और उस राह में हमें सफलता मिलना एक उत्साह की बात है!!! साथियों बात अगर हम खादी को भारतीय परिधानों में उपयोग की करें तो आज भी हमारे हजारों लाखों बुजुर्ग हैं जो के केवल खादी के परिधान ही पहनते हैं। जबकि पहले से खादी के उपयोग में कमी आई है एक ज़माना था जब राशन कार्ड के ऊपर खादी दुकानों में खादी का वितरण होता था!!! क्या बात है!!! आज के युवकों को हो सकता है इस सच्चाई पर भ्रम हो ? परंतु यह बात सच है। साथियों बात अगर हम वर्तमान पाश्चात्य शैली वातावरण में युवाओं के खादी के प्रति क्रेज़ की करें तो बहुत कम हमारे युवा साथी हैं जिन्हें खादी से लगाव है बाकी तो हम देखते हैं कि आज का पहनावा लिबास और फैशन का अंदाज कहां से कहां चला गया है!!! ऐसे युगमें भी अमेरिका से खादी की इतनी बड़ी खेप का आर्डर भारत को मिलना बड़ी उपलब्धि है, जिससे प्रेरित होकर भारतीय युवाओं को भी खादी के प्रति रुझान लाने के लिए बड़े बुजुर्गों, सरकार, शासन, प्रशासन को एक लोक अभियान, जनजागरण अभियान चलाने की ज़रूरत है। हमारे सामाजिक संस्थाओं को भी इस दिशा में काम करने की ज़रूरत है। साथियों बात अगर हम दिनांक 13 दिसंबर 2021 को सूक्ष्म लघु और उद्यम मंत्रालय द्वारा जारी पीआईबी की करें तो, पिछले वर्ष पैटागोनिया का एक दल राजकोट के गोंडल स्थित खादी संस्थान उद्योग भारती का दौरा किया। यह दल खादी डेनिम बनाने की प्रक्रिया देखने आया था। बनाने की प्रक्रिया और हाथ से बने खादी डेनिम कपड़े की गुणवत्ता से प्रभावित होकर पैटागोनिया ने एक मिल्स के माध्यम से विभिन्न मात्राओं में खादी डेनिम कपड़ा खरीदने का आदेश दिया। टिकाऊपन और शुद्धता के प्रतीक खादी ने वैश्विक फैशन क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। अमेरिका स्थित विश्व के अग्रणी फैशन ब्रांड पैटागोनिया अब डेनिम परिधान बनाने के लिए हाथ से बने खादी डेनिम कपड़ों का उपयोग कर रहा है। पैटागोनिया ने कपड़ा बनाने वाली कंपनी मिल्स के माध्यम से लगभग 30, हज़ार मीटर खादी डेनिम कपड़ागुजरात से खरीदा है। इसकी कीमत 1.08 करोड़ रुपये है। खरीद को अंतिम रूप देने से पहले पैटागोनिया ने अमरीका स्थित वैश्विक डर्थ पार्टी असेसर (मूल्यांकनकर्ता) नेस्ट की नियुक्ति गोंडल में डेनिम बनाने की सम्पूर्ण प्रक्रिया यानी कताई, बुनाई, भुनाई, डाईन, वेतन, भुगतान श्रमिकों की आयु का सत्यापन आदि सम्पूर्ण प्रक्रिया के मूल्यांकन के लिए की। उद्योग भारती के सभी मानकों का व्यापक मूल्यांकन करने के बाद नेस्ट ने प्रमाण-पत्र में कहा, कताई और हथकरघा बुनाई का काम अब नेस्टसील ऑफ एथिकल हैंडक्राफ्ट के लिए पात्र हो गये हैं। यह पहला मौका है जब कार्य संचालन में आचार मानकों की पूर्ति के लिए देश में किसी संस्थान का मूल्यांकन और प्रमाणीकरण अंतर्राष्ट्रीय स्वतंत्र मूल्यांकनकर्ता द्वारा किया गया है। जुलाई 2017 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने खादी डेनिम उत्पादों का विश्व में व्यापार करने के लिए एक मिल्स लिमिटेड, अहमदाबाद के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। वह मिल्स केवीआईसी प्रमाणित गुजरात के खादी संस्थानों से प्रत्येक वर्ष बड़ी मात्रा में खादी डेनिम कपड़ा खरीदती है। चार प्रकार के डेनिम कपड़ों के लिए ऑर्डर दिये गए हैं, जो 100 प्रतिशत सूती हैं और जिनकी चौड़ाई 28 इंच से 34 इंच है। केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि खादी सर्वाधिक फैशनेबल और ट्रेंड सेटिंग पहनावा हो गया है। जबकि खादी ने विश्व में सर्वाधिक टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल कपड़े का अपना मौलिक मूल्य बनाये रखा है। उन्होंने कहा कि खादी डेनिम विश्व में अकेला हाथ से बना डेनिम कपड़ा है जिसे देश और विदेश में व्यापक लोकप्रियता मिली है। खादी डेनिम का उपयोग तेजी से अग्रणी फैशन ब्रांड कर रहे हैं क्योंकि इसकी गुणवत्ता श्रेष्ठ है, यह अरामदेह है, जैविक है और इसकी गुणवत्ता पर्यावरण अनुकूल है। खादी डेनिम पीएम द्वारा परिकल्पित लोकल टू ग्लोबल का सटीक उदाहरण है। केवीआईसी की इस नई पहल से गुजरात के खादी दस्तकारों के लिए न केवल अतिरिक्त मानव घंटों का सृजन हो रहा है, बल्कि पीएम सहित सबका लोकल टू ग्लोबल का सपना भी पूरा हो रहा है। पैटागोनिया द्वारा खादी डेनिम खरीदने से 1.80 लाख मानव घंटों का सृजन हुआ है, यानी खादी बुनने वालों के लिए 27,720 मानव दिवस का सृजन हुआ है। अक्टूबर 2020 में ऑर्डर दिया गया और समय के अनुसार 12 महीने में याने अक्टूबर 2021 में यह पूरा कर लिया गया। अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि टिकाऊपन और स्वच्छता के प्रतीक खादी ने वैश्विक फैशन क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है!!! खादी दस्तकारों के लिए सुनहरा मौका आया है, क्योंकि आत्मनिर्भर भारत, नए भारत के सपनों में लोकल टू ग्लोबल मील का पत्थर साबित होगा।
— एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी