दिल को सुनिए जरा
जरूरी नहीं
कि हर बात
मतलब की हो !
या हर बात की
मतलब ही हो !
दूध जो एक
पेय सहित
खाद्य पदार्थ है,
यह सजीव प्राणी से
निःसृत होती है ।
प्रश्न है,
दूध शाकाहार है
या मांसाहार !
हम सब जन्म से
नास्तिक हैं !
उम्र ज्यों-ज्यों बढ़ती है,
लोग आस्तिकता के
निकट होने लगते हैं
हम जो सबका
‘दिल’ रखते हैं..
सुनिए जरा
कि मैं भी एक
‘दिल’ रखता हूँ।