खुद में ‘रोल मॉडल’ हूँ मैं !
“देश के लिए दौड़े
तो किसी ने ना पूछा !
अब बागी बन गए,
तो इही नाम जप रहे हैं,
पान सिंह, पान सिंह !“
वहीं फिर-
“जरूरी नहीं
कि हर बात
मतलब की हो !
या हर बात की
मतलब ही हो !”
मैं- सदानंद पॉल। रोल मॉडल की बात जब आती है, तो मैं खुद अपना ही पीठ थपथपा लेता हूँ ! लगातार 21 बार पद्म अवार्ड के लिए नामांकित; एकबार ‘रेमन मैग्सेसे अवार्ड’ के लिए नामांकित; अमेरिकन मैथेमैटिकल सोसाइटी से गणित-शोध प्रशंसित; कविता के क्षेत्र में नेशनल अवार्ड; ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के रूप में नाम दर्ज; 11 बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में; शिक्षकीय-प्रवेश हेतु सर्वाधिक योग्यताधारण हेतु इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज; यूनाइटेड किंगडम के ‘रिकॉर्ड्स होल्डर रिपब्लिक’ में 11 रिकॉर्ड्स दर्ज; तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, रियल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सहित 300 रिकॉर्ड्स होल्डर; अमेरिकी संस्था ‘फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल’ के फाइनलिस्ट, इस संस्था के हिंदी में इंटरव्यू देनेवाले पहले भारतीय; भारत सरकार को भूकम्प पर शोध प्रस्तुत करनेवाले पहला सिविलियन; भारत के सबसे कम उम्र के संपादक; 10,000 से ऊपर रचनाएँ और पत्र प्रकाशित-प्रसारित; 25,000 से ऊपर सूचना का अधिकार अधिनियम यानी आरटीआई अंतर्गत सूचनावेदन प्रेषित; 2,05,00,912 तरीके से हिंदी शब्द ‘श्री’ का लेखन; 5,200 से ऊपर गणितीय-सूत्र और गणितीय प्रश्नोत्तर-तरीके की खोज इत्यादि।
भारत की आबादी अब शायद 130 करोड़ से ऊपर है तथा हम ‘पॉजिटिव इंडिया’ और ‘बेटर इंडिया’ की बात भी करते हैं, किन्तु 1952 से निर्वाचन आयोग ने सामान्य घरों के मानव-संसाधन में से मतदाताओं में जागरूकता लाने और मतदानकर्मियों व पदाधिकारियों में सुयोग्य व प्रतिभाशाली भारतीय को कभी भागीदार नहीं बनाया है, हालाँकि ऐसे ‘रोल मॉडल’ चुनना बेहद मुश्किल कार्य है, जो कि मतदाताओं के साथ-साथ मतदानकर्मियों व अधिकारियों के भी ‘रोल मॉडल’ बन सके ! प्रतिभाशाली भारतीयों में से ‘रोल मॉडल’ का मूल्यांकन व चयन सिर्फ सीमित व्यक्तियों व पदधारक वीआईपी द्वारा ही न हो !
35 वर्षों से लगातार और प्रत्येक वर्ष कोई न कोई सरकारी स्तर की अकादमिक और IAS से Clerk तक की 535 प्रतियोगी परीक्षाएँ दी, जिनमें 500 से अधिक परीक्षाओं में Qualify हुए. 2 दर्जन से अधिक विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा सहित UGC NET में ranking हासिल किया. छात्रों में परीक्षा संबंधी भय को दूर करने के लिए कई वर्षों से परामर्श कक्षाएँ ले रहे हैं, जिनसे 5 लाख से अधिक परीक्षार्थी लाभान्वित हुए।
11 वर्ष की अल्पायु में 100 से अधिक स्वयं अन्वेषित गणितीय सूत्रों की किताब गणित डायरी प्रकाशित, जिनमें एक गणितीय प्रश्न को अब 5,124 तरीके से हल करके इनके द्वितीय संस्करण वर्ष 1998 में प्रकाशित किया। इन formula को पटना विश्वविद्यालय, केरल विश्वविद्यालय, भागलपुर विश्वविद्यालय इत्यादि ने विद्यालयीय छात्रों के हित में उपयोगी माना। इतनी ही उम्र में नेपाल से आनरेरी डॉक्टरेट कार्ड प्राप्त।
गणित के विद्वान श्री गुणाकर मुळे ने इन्हें हिंदी में गणित के प्रथम अन्वेषक कहा है। अमेरिकन मैथेमैटिकल सोसाइटी ने इनके गणित रिसर्च यूनिक संख्या 2178 को सम्मान दिया है। कंप्यूटर की Y2K समस्या का समाधान, Next Prime Numbers जानने के सूत्र, भारतीय गणितज्ञों की वैश्विक स्थितियाँ, भूकम्प की भविष्यवाणी और pi (π) के समानांतर मान जैसे- शोध पत्र को क्रमशः CSIR, कई IITs, विज्ञान प्रगति, तृतीय अखिल भारतीय विज्ञान सम्मेलन ने महत्वपूर्ण शोध माना है।
हिंदी भाषा, साहित्य, पत्रकारिता और सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में श्री पॉल के शोध हिंदी का पहला ध्वनि व्याकरण Making India, मैसेंजर ऑफ आर्ट, रचनाकार, जय विजय, साहित्य सुधा, प्रतिलिपि इत्यादि में प्रकाशित, जिसे चीन के शंघाई विश्वविद्यालय ने प्रशंसा किया। हिंदी शब्द ‘श्री’ को 2 करोड़ 5 लाख 912 तरीके से लिखा, जिन्हें लेकर बिहार राष्ट्रभाषा परिषद ने सम्मान दिया। ऐसा कर वे सभी भाषाओं में हिंदी के शब्द को सर्वाधिक समर्थ बनाया। हिंदी साहित्य के प्रत्येक विधा में 10,000 से अधिक रचनाएँ व पत्र प्रकाशित और प्रसारित। अबतक 500 से अधिक लोकगाथाओं की खोज, जिनमें स्वयंखोजी 70 लोकगाथाओं को नालन्दा खुला विश्वविद्यालय ने पंजीकृत किया। लोक पर्व छठ पर पहला शोध आलेख प्रकाशित। महात्मा गाँधी पर शोध को लेकर भारत सरकार का पहला copyright मिला।
भारत के 10 राज्यों के पत्र-पत्रिकाओं में संपादक अथवा संवाददाता, जिनमें उर्दू दैनिक भी शामिल है। इन पत्र-पत्रिकाओं के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, आज़ाद हिंद फ़ौज और 1942 क्रांति के सेनानी, खिलाड़ी सहित शिक्षा, साहित्य, सिनेमा इत्यादि क्षेत्र के 10,000 से ऊपर हस्तियों से इंटरव्यू और पत्रवार्त्ता। 14 वर्ष की आयु में दैनिक आज के लिए फ़ोटो जर्नलिस्ट,18 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय अखबार के संपादक हेतु पत्र प्राप्त, 23 वर्ष की आयु में BBC के लिए अल्पावधि कार्य किया, चायना रेडियो की तरफ से Pearl Writing से सम्मानित।
सूचना का अधिकार अधिनियम अंतर्गत 25,000 से अधिक सूचनावेदन प्रेषित, जिससे जनहित के एक लाख से अधिक सूचनाएँ एकत्र किया, जिनमें अखबारी कागजों पर नाश्ते करने की मनाही, एक्सप्रेस ट्रेन से साइड मिडिल बर्थ हटाया जाना, 14 वर्ष से कम उम्र के मेधावी छात्रों को मैट्रिक परीक्षा में बैठने देना, बीपीएससी द्वारा लिए गए और उपयोग में न लाये गए करोड़ों रुपये के डाक टिकटों को पुनः उपयोग में लाना इत्यादि शामिल हैं. इस कार्य पर दैनिक हिंदुस्तान ने बिहार शताब्दी नायक और दैनिक जागरण ने आरटीआई के ध्वजवाहक से सम्मानित किया। वर्ष 2008 में RTI का पहला Man of the Year Award प्राप्त, तो RTI कार्य के लिए Messenger of Art ने इन्हें Royal Tiger of India खिताब दिया. इनके कार्यों से 1 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। रॉयल सोसाइटी के अध्यक्ष व नोबेल पुरस्कृत वी रामकृष्णन और भौतिक वैज्ञानिक स्टीफेन हॉकिंग के मेल प्राप्त।
विविध records और awards के तौर पर- Guinness World Records ने एक माह में संपादक के नाम सर्वाधिक पत्र का world record दर्ज़ किया. Limca Book of Records ने 8 रिकार्ड्स शामिल किए, जिनमें 9 लाख से अधिक newspaper clippings, बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए लगभग 6 लाख लोगों को जागरूक करनेवाले संदेश भेजना तथा पत्राचार के लिए 50,000 से अधिक लिफ़ाफ़ा और पोस्टकार्ड इस्तेमाल करना इत्यादि शामिल है. India Book of Records ने Most teaching test qualified की उपाधि दिया. Telugu Book of Records ने इनके 50 records को शामिल किया. Bihar Book of Records ने इनके 200 से अधिक records को शामिल कर श्री पॉल को Most Talented Asian कहा. UK के Records Holder Republic ने इनके 11 records को शामिल किया. विदेशी संस्थान में हिंदी माध्यम से पहलीबार इंटरव्यू देने के लिए Star World Records ने और भूकम्प पर research करनेवाले पहले civilian होने के कारण Real World Records ने शामिल किया।
‘राष्ट्रीय कविता अवार्ड’ 1994-95 को माननीय राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा के प्रसंगश: प्राप्त हुआ, इसी पुरस्कृत कविता तुम पक्के हिंदुस्तानी को माननीय प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर ने 1991 में प्रशंसा-पत्र भेजे. राज्यों के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से भी सम्मानित हुए हैं. इनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व और कृतित्व को लेकर मेकिंग इंडिया ऑनलाइन ने Mr. Encychlopedia पदवी से विभूषित किया, तो अम्बेडकर इन इंडिया ने उन्हें Talented Indian Writer कहा। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के द्विवर्षीय Fellow भी रहे हैं। बिहार सरकार का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार प्राप्त। 11 वर्ष की आयु में ‘सत्संग योग’ (चतुर्थ भाग) की समीक्षा पर नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री से आनरेरी डॉक्टरेट कार्ड प्राप्त किए, तो कई पुस्तक, पुस्तकों में रचनाएँ प्रकाशित व संकलित, जिनमें- भारत के दूसरा विक्रमादित्य अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, अभी कुछ शेष है, भारत लेखक-पत्रकार गाइड, लव इन डार्विन, कुछ अनसुलझे गणितीय प्रश्न इत्यादि।