एक शाम
जिंदगी की एक शाम
तेरे नाम लिखूंगा।
कुछ अनकहे से अल्फाज
तेरे नाम लिखूंगा।
कुछ बिखरे हुए जज्बात
तेरे नाम लिखूंगा।
कुछ टूटे हुए अरमान
तेरे नाम लिखूंगा।
छलकता है जो पानी
आंखों में तेरी याद में
तेरे नाम लिखूंगा।
करती है जो हवाए
देख कर तुमको गुफ्तगू
उनको भी
तेरे नाम लिखूंगा।
राजीव डोगरा