लघुकथा :आईना
मुहल्ले में रोज कुछ न कुछ मुद्दों पर तर्क बहस और झगड़ा साधारण सी बात है। आज दस वर्षीय गोलू को पीट दिया महेशजी ने।
गोलू की माँ घर से निकल कर महेशजी से प्रश्न कर देती है जिसकी आशा नहीं थी महेशजी को,”क्या किया था मेरे इस नादान बेटे ने, आप ने उसे पीट दिया?”
“अरे आप मुझसे मुँह लगाती हैं, आपके बेटे ने निर्दोष कुत्ते को पत्थर से मारा।”
“जेठजी, मैं कैसे आपसे मुँह लगाने की हिम्मत कर सकती हूँ?आप समाज के प्रभावशाली व्यक्ति हैं! आपके सामने ही तो दो दिन पहले निर्दोष ठेलेवाला को राजेश बाबू ने बुरी तरह से पीटा, लेकिन आपने कुछ नहीं कहा।” गोलू की माँ यह कहकर वापस घर के अंदर चली गई।
— निर्मल कुमार दे