चलो! मतदान कर आएं
आओ! लोकतंत्र का पर्व मनाए,
वोट देकर अपना फर्ज निभाएं।
देश के प्रति हमारा भी कर्तव्य है,
चलो ! हम सब मतदान कर आएं।
सारे काज छोड़ चलो ! मतदान केंद्र पर,
आप ! वोट बेकार न करें, सोच समझकर वोट करें।
चारों ओर चेतनाप्रकाश हो,
आओ! हम अपने प्रतिनिधि को चुनकर लाएं l
भैया जी !,बहन जी!, भूल न जाना,
चाचा जी! ,चाची जी!, सब साथ में आइए!
बाबूजी ! ,अम्मा जी!, चलो! मतदान कर आएं।
— चेतना सिंह ‘चितेरी’