बदलेंगे सितारे मेरे भी
बदलेंगे सितारे मेरे भी,हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन । बीच राहों में खड़े हैं,ढूँढेंगे तो मंज़िल मिल जाएगी,बदलेंगे ग्रह
Read Moreबदलेंगे सितारे मेरे भी,हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन । बीच राहों में खड़े हैं,ढूँढेंगे तो मंज़िल मिल जाएगी,बदलेंगे ग्रह
Read More१८ अगस्त २०२५ का दिन सोमवार, सुबह का समय। बहुत दिनों से सोच रही थी लेकिन समयाभाव के कारण लिख
Read Moreबारिश का मौसम ,लगता था सुहाना। भीगें -भीगें कोमल पत्तों पर,छोटी – छोटी बूंँदों का गिरना, खींचती हैं मन को
Read Moreबरस रहे हैं मेघ ,तड़प रही हूँ मैं ,भीगनें को दिल चाहता है,रोक न पाऊँगी ख़ुद को ,तुमसे मिलने जी
Read Moreअच्छा! तुम ही हो!लेती रहती हो ,औरों से मेरी ख़बर। अच्छा ! तुम ही हो!पूछती रहती होगैरों से मेरा घर
Read Moreदु:ख से घिरे हुए बादल ,रुक रुक कर बरस रहे हैं। कोना कोना भीग रहा ,एक एक करके अपने ,हमसे
Read Moreतुम्हें देखकर ,अक्सर मैं भूल जाता हूँ ।मेरी उम्र क्या है ?मैं यह सोच पाता नहीं ,प्रेम बंधन नहीं स्वच्छंद
Read Moreकई वर्षों पहले पीपल के वृक्ष के नीचे चबूतरे पर टोली बनाकर गुड्डा – गुड़ियों का विवाह करना जैसे; आदि
Read Moreहे दिसंबर ! कैसे कहूँ अलविदा –2024 जाते जाते कितनों के आँखें कर गए नममाना कि मेरे हिस्से में आई
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