पद्य साहित्यमुक्तक/दोहा दोहे लोकतंत्र पर अशर्फी लाल मिश्र 10/03/2022 लोकतंत्र लोकतंत्र है अग्रसर, राष्ट्रवाद की ओर। जातिवादी राजनीति, होय रही कमजोर।। –अशर्फी लाल मिश्र