मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
मंगलमय हो अपना नव संवत वर्ष
धरा के शुभ प्रांगण में
खिलें मनोहर फूल
मिटें हर ह्रदय से शूल
दानवता मिटे,फैले जन-जन में हर्ष
मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
वसुधा के कण-कण में
देवत्व फैलता जाये
तो अनाचार मिट जाये
राष्ट्रप्रेम पैदा हो हर उर में सहर्ष
मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
सफलता बंधे पग-पग में
घनघोर अंधेरा मिट जाये
आंतकी कुहरा सारा हट जाये
मिलजुल कर होगा भारत उत्कर्ष
मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
शक्ति है संयुक्त में
साथी मिलकर कदम बढाओ
महाशक्ति दिखलाओ
मंगलमय हो अपना हिंदी नव वर्ष
मंगलमय हो अपना नव संवत वर्ष
— मुकेश कुमार “ऋषिवर्मा”