पद्य साहित्यमुक्तक/दोहा दोहे होली पर अशर्फी लाल मिश्र 19/03/2022 होली होली पर्व रंगों का, मन का मिटै मलाल। कोई रंग बरसाये, कोई मले गुलाल।। —अशर्फी लाल मिश्र