खबरें पढिए ,
शर्म से गड़िए ,
अपने हिन्दुस्तान में……….!!
कहीं सड़क पर
लुटती है बेटी
कहीं गौ माताओं की हत्या
कहीं बालिकाओं का शोषण
कहीं धर्म के नाम से पोषण,
अपने हिन्दुस्तान ………….!!
अपने ही भारत में अब तो
शहर – दर- शहर मानो
बसा हुआ हो रावण जैसे
हाल अजब, चाल गज़ब है
अपने हिन्दुस्तान में……..!!
महंगाई से जूझे जनता
हाल ऐसा न कभी सुधरता
आधी आबादी है ,दुःख में
आधी चैन की नींद है सोता
,अपने हिन्दुस्तान में ………!!
जिस भारत की गंगा मैया
सबकी पाप है धोती आई
उस गंगा की बात हैं करते
करने चले हैं माँ की सफाई,
अपने हिन्दुस्तान में……….!!
अपने देश को छोड़ने पर
हुए आमादा धरती पुत्र
नहीं मोह कुछ रहा वतन से
जैसे टूट चुका हर सूत्र,
अपने हिन्दुस्तान में………!!
कहते हैं जो रात- दिन
कि रामराज ले आएंगे,
कथनी- करनी में समता
बोलो भी कैसे लाएंगे
आसार नहीं दिखते हमको
अपने हिन्दुस्तान में………..!!!
— सीमा शर्मा सरोज