हमने भी सीखा- 12
मुक्तक
तुमसे मुलाकात क्या हुई
सपने में ही सही
हम खुद को खो बैठे
असल में ही.
तुम्हें जानने की फिराक में
मशगूल रहे हम इतना
कि
खुद को जानने की
कभी कोशिश ही नहीं की
सफर सफ़रमय ही रहता
जो तेरे होने का मधुर एहसास
साथ नहीं होता.
पॉजीटिव होना अच्छा है
कभी-कभी
निगेटिव होना भी वरदान है
कोरोना ने समझाया है.