कविता

हिंदू नववर्ष और नवरात्रि

हिंदू नववर्ष यानी संवत्सर आता है
संग में नवरात्रि पर्व भी साथ लाता है।
हम अपने वास्तविक नववर्ष का
भरपूर स्वागत करते हैं,
आदिशक्ति के पूजा पाठ से
नवरात्रि का पर्व भी मनाते हैं।
सदियों से चली आ रही
हमारी सनातन परंपरा का
हिंदू नववर्ष हमें उत्साहित करता है,
मां की पूजा आराधना से हम सबको
इच्छित सौभाग्य मिलता है।
धरा पर हरीतिमा जाती
माँ के जयकारों की गूंज
चहुंदिश गुंजायमान होती।
सुख समृद्धि और नव उत्साह लिए
नव संकल्प दिलाता नववर्ष
शक्ति पूजा से जीवन में
नवशक्ति का होता समावेश।
नववर्ष मंगलकारी हो
आदिशक्ति की कृपा अपार हो,
युगों युगों तक हम मनाते रहें
हिंदू नववर्ष, नवसंवत्सर
जगकल्याणी मैय्या की
कृपा बरसती रहे जन मन पर।

 

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921