जीवन मृत्यु
मौत तुझसे डर कैसा
तू अजनबी नही
तू तो अपेक्षित है
इसलिए तू मुझे डरा सकती नहीं
तू मेरे लिए कोई नई नहीं
नित्य देखा है तुझको आते हुए
इसलिए मैं निडर हूं
स्वागत है तेरा
कभी भी मुझसे मिल सकती है तू
मेरा तेरा तो अटूट रिश्ता है
मैं जीवन हूं
तू मृत्यु