वृक्ष लगाएं
आओ चुन्नू-मुन्नू-गुल्लू,
मिल-जुलकर हम वृक्ष लगाएं,
वृक्ष हमारे जीवनदाता,
इनसे हम निज नेह लगाएं.
ऑक्सीजन इनसे है मिलती,
सब्जी-फूल-फल-औषधि देते,
हरा-भरा रखते हैं धरा को,
बदले में ये कुछ नहीं लेते.
आओ चुन्नू-मुन्नू-गुल्लू,
मिल-जुलकर हम वृक्ष लगाएं,
वृक्ष हमारे जीवनदाता,
इनसे हम निज नेह लगाएं.
ऑक्सीजन इनसे है मिलती,
सब्जी-फूल-फल-औषधि देते,
हरा-भरा रखते हैं धरा को,
बदले में ये कुछ नहीं लेते.