कविता

प्यार निभाऊॅगा

जिस मोड़ पे
तुमने छोड़ा है साथ
उस मोड़ पे
नजर आऊँगा
हमने तुमसे
प्यार किया है
सात जन्मों तक
साथ निभाऊँगा
लाख भुलाने की
कोशिश कर लो
याद बहुत मै
तुम्हें आऊँगा
तुम रूसवाई कर
भाग गई हो
मैं जग से भी
अब टकराऊँगा
हसरत दिल में
जो पल रही है
उसे मुरझाने ना
भुलाऊॅगा
उस हसरत की
कसम है मुझको
साथ साथ नजर
मैं आऊँगा
बेवफाई तुम्हें
भटकाया है
पर तुम्हें मैं
मनाऊॅगा
अपनी भूल जब
समझ जायेगी
मैं ही पास
नजर आऊँगा

— उदय किशोर साह

उदय किशोर साह

पत्रकार, दैनिक भास्कर जयपुर बाँका मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार मो.-9546115088