कविता

जीवन एक मुस्कान

संगीत जीवन की मुस्कान
जब कोई गाये सुरीली तान
सात स्वरों के सरगम से
बन जाएं संगीत की मधुर झनकार
संगीत से जीवन में खुशी होती है
सुर साधना और एक पूजा है
प्रकृति की भी अपनी लय और स्वर है
वसुधा के हर कण में वो विराजमान है
संगीत भक्ति का भी रूप है
बहता नदी का कल कल पानी संगीत गाता है
अम्बर में गर्जन चमकती बिजली का स्वर गाता है
मन के हर कोने में संगीत सुरों की ताल है
सुख ,दुख संगीत रोम रोम में बसा है
प्रसन्नता और विषाद में संगीत कुछ कहता है
सब रोगों का उपचार करता ये संगीत है
मन इससे होता प्रफुल्लित संगीत जीवन का आधार है
संगीत ही जीवन की मुस्कान है
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश