हौंसले की उड़ान
अंधेरे में एक चिराग जलाए रखिये
ठोकरों से खुद को बचाये रखिये
घने अंधेरों में भी रोशनी हो जाती है
बस आत्मविश्वास के चिरागों को
हर पल जलाए रखिये
बुरी है दुनिया और लोग भी बुरे
अच्छाई की तलाश में खुद को
लगाए रखिये
खुशी की खोज में ढेरों ग़म मिले
फिर भी हसरतों को बचाये रखिये
क्या पता किस मोड़ पर
टकरा जाये जिंदगी
ख़ुद को जिंदादिल बनाये रखिये
©रचना वर्मा