रक्षा बंधन
रेशमी यह दो सूत्र
सूत्र नहीं
बहिन भाई के अटूट रिश्ते के सूत्र हैं
आखिर क्यों न हो
सहोदरा हैं
एक की पीड़ा दूजे का सालती है
एक दूजे की सलामती की दुआ करती है
बड़ी बहन ने मां समान पाला है
छोटी बहन को भाई ने लाड़ प्यार से खिलाया है
यही सूत्र
शादी के बाद
जोड़ते हैं बहिन को
अपने मायके के साथ
रेशमी यह सूत्र
सूत्र नहीं