कविता

अलख निरंजन

जाग मछंदर गोरख आया
अलख निरंजन नाद सुनाया।
महाकाल का भगत बनाया
चौसठ योगिनी
90 भैरव का गान सुनाया।
52 वीर भी संग लाया,
जाहरवीर को शिष्य बनाया
महावीर संग
भगवती काली का गुण गाया।
जाग मछंदर गोरख आया
आदेश आदेश आदेश कर
सब में अलख जगाया।
मेलडी मसानी को संग लाया
भूत-प्रेत को मार-मार भगाया।
जाग मछंदर गोरख आया
अलख निरंजन नाद सुनाया।

— राजीव डोगरा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233