भजन/भावगीत

संभाल लेना

मैं पंथ से विपंथ न हो जाऊं
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं भक्त से अभक्त न बन जाऊं
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं पुण्य से पाप की तरफ न बढ़ जाऊं
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं न्याय से अन्याय न करने लग पड़ूँ
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं जीत कर भी हार न जाऊं
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं हंसता हुआ कभी रो न पडूँ
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।
मैं इंसान से हैवान न बन जाऊं
मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर।

— राजीव डोगरा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233