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हिन्दी की गूँज परिवार का अभिनन्दन

दिल्ली, शांति मुकुन्द अस्पताल कड़कड़डूमा की ओर से हिन्दी की गूँज परिवार के सम्मान में आयोजित ” एक शाम राष्ट्रभाषा हिंदी के नाम” कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। द्वार से सभागार तक हिन्दी के रंग-बिरंगे पट्ट और हिन्दी में आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते डाक्टर्स, नर्स एवम् अन्य कर्मचारी गण हिन्दीमय परिवेश आज की शाम कुछ अलग ही बयां कर रही थी। संचालिका मेघना मिश्रा ने सम्मानित कवियों सर्व श्री नरेन्द्र सिंह नीहार, रमेश कुमार गंगेले अनंत, शशिप्रकाश, तरुणा पुण्डीर तरुनिल तथा डाॅ. ममता श्रीवास्तव को मंच पर आमंत्रित किया। सर्वप्रथम संस्था सचिव शशिप्रकाश ने पीपीटी के माध्यम से हिन्दी की गूँज संस्था के दस वर्ष की यात्रा को शानदार ढंग से प्रस्तुत किया। रमेश कुमार गंगेले अनंत ने अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुनील सग्गड़ जी का स्वागत पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र और हिन्दी साहित्य की पुस्तकों से किया। उन्होंने अपने चुटीले अंदाज़ में दर्शकों को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया। कवयित्री तरुणा पुण्डीर तरुनिल ने अपने मुक्तकों और गजल के द्वारा शाम को भरपूर सुरमई बना दिया। दुबई से आन लाइन माध्यम से जुड़ी नेहा शर्मा ने विदेश में हिंदी सेवा के अनुभव सुनाये और भावपूर्ण कविता से कार्यक्रम को सरसता प्रदान की। संस्था के संगठन सचिव खेमेन्द्र सिंह ने अपने सम्बोधन में अस्पताल प्रशासन का आभार अर्पण करते हुए हिन्दी सेवा के संकल्प को दोहराया।
हिन्दी की गूँज की मीडिया प्रभारी डाॅ. ममता श्रीवास्तव ने अपने खास अंदाज में हाँ मैं बेटी हूँ तथा हिन्दी की गूँज चहुँ दिश चहुँ ओर पहुंचाना आदि कविताएँ सुनाकर भावविभोर किया तो कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण हिन्दी की गूँज परिवार के संयोजक नरेंद्र सिंह नीहार ने अपने उद्बोधन में बताया कि प्रत्येक बालक तीन वरदान के साथ पैदा होता है – माँ, मातृभूमि और मातृभाषा ।हमें अपनी हिन्दी को गर्व के साथ बोलना चाहिए। हिन्दी गीत -” हिन्दी को सम्मान दिलाकर जीवन सफल बनायेंगे “प्रस्तुत करके श्रोता समाज को झूमने पर विवश कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों का डॉ अमित सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया | अस्पताल के ट्रस्टी ओ पी गुप्ता जी ने अपने सभी स्टाफ कर्मचारियों को हिन्दी अपनाने पर बल दिया। इस अवसर पर समाजसेवी संदीप राजपूत की संस्था जो गरीब, वंचित और उपेक्षित बच्चों के लिए मोबाइल स्कूल चलाती है, को अस्पताल की ओर से 25 हजार रुपये का अनुदान दिया गया। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस आयोजन के सूत्रधार डाॅ. सुनील सग्गड़ जी ने बीच-बीच में अपनी टिप्पणियों से सरसता और जीवन्तता प्रदान की। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना नलिनी जी, एयर वाइस मार्शल राकेश चोपड़ा, एस. के. कोचर, श्री लीलाधर कंसल, श्री संदीप राजपूत, राकेश जाखेटिया आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही।

भावना अरोड़ा ‘मिलन’

अध्यापिका,लेखिका एवं विचारक निवास- कालकाजी, नई दिल्ली प्रकाशन - * १७ साँझा संग्रह (विविध समाज सुधारक विषय ) * १ एकल पुस्तक काव्य संग्रह ( रोशनी ) २ लघुकथा संग्रह (प्रकाशनाधीन ) भारत के दिल्ली, एम॰पी,॰ उ॰प्र०,पश्चिम बंगाल, आदि कई राज्यों से समाचार पत्रों एवं मेगजिन में समसामयिक लेखों का प्रकाशन जारी ।