छुपा लो हमें आप – अपने सीने की आहों में
पूछे अगर कोई कह देनी – रहते हैं हम साँसों में
दर्द हो अगर एक दूसरे के लिये – आप के अहसासों में
तो धाघे दोस्ती के काम आते हैं – दुश्मनी के ज़ख़्मों में
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मुस्करा कर जब भी नाम – लीया जाता है दुनिया में किसी का
अन्दाज़ा मुहबबत का लग ही – जाता है आप की मुस्कराहटों में
ख़्वाहिश आप की चाहत की – बढ़ गैई है दिल में इस क़दर
हज़ारों बार मर कर भी हम – बैठे हैं आप ही के इन्तज़ारों में
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ज़िन्दगी तो हर शख़्स जी लेता है – किसी ना किसी तरह से
निशान क़दमों के नज़र आने चाहिये- दर क़दम पर आप के
दिल आप का चाहे कि मुहब्बत – करें आप बुहत ही टूट कर
टूटें गे बुहत आप चाहें गे भी बुहत – आप मिलकर आप की चाहों में
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सवेरा ज़िन्दगी का शरू होता है – दीदार से ही आप के –मदन–
रिश्ता बे शक ना हो गहरा मगर – भरोसा बुहत होना चाहिये आप को
जियो ज़िन्दगी अैसे कि मिसाल – अपनी बन जाएं आप ज़िन्दगी में
बिताने से बुहत ही ज़ियादा राज़ – छुपे होते हैं आप की मुस्कराहटों में