चाँद जैसा प्रियतम
आज करवा चौथ का निर्जला व्रत
है सखी ,
चलो विधि – विधान से पूजन कर ,
मांग में सिंदूर भर , मांँ गौरी से आशीष लें सखी।
छलनी से चांँद जैसे शीतल
प्राणप्रिय रूप देख सखी ,
विधु को अर्घ्य देकर
प्रियतम के हाथों से पानी पी व्रत खोलें सखी।
पति की लंबी उम्र की कामना कर ,
सास – ससुर व बड़ों का आशीर्वाद लें
आओ! मंगल गीत गाएंँ सखी ।
हम सबको पिया का प्यार मिले ,
हम सबका परिवार सुखी रहे सखी ,
करवा माता ! से विनती है , बहनें सदा – सुहागिन रहें ,
माँ से आशीर्वाद मिले सखी ।
— चेतनाप्रकाश चितेरी