दीपावली की बधाई
बनकर खुशियों की जगमग
लेकर दीपों की रोशनी
आई है दीपावली,
अमावस में करने
पूर्णिमा का सा उजियारा।
चलो, मिलकर
खुशियों की मिठास
बाँटे सबको,
हो जाए मुस्कान भरा प्रकाश
हर घर – आँगन में और
नहीं रहे कहीं अंधियारा।
हाँ, इस दीपावली हम मिलकर
एकता और सद्भावना की
मिसाल बन जाएँ और
हर दिल को महक़ाए
देकर खुशियाँ और दीपावली की बधाई।
रचना – स्वरचित / मौलिक / अप्रकाशित
रचयिता – आचार्या नीरू शर्मा
शिक्षिका / लेखिका
स्थान – कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश ।