कविता

धनतेरस

धनतेरस से शुरूआत होती,
पंच दिनोत्सव दीपावली पर्व का,
धन्य तेरस और ध्यान तेरस भी इसको कहते,
आज के ही दिन जन्म हुआ भगवान धन्वंतरि का.
समुद्र मंथन से प्रकट हुए,
आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि,
अमृत कलश लेकर आए थे वे,
आयु और स्वास्थ्य देते धन्वंतरि.
रोली-मोली-चंदन-धान से
पूजा करें धन्वंतरि की,
दीप जलाकर, ध्यान लगाकर,
पाएं कृपा धन्वंतरि की.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244