कविता

बिटिया हैं अनमोल

बिटिया को समझना अनमोल रत्न
बिटिया को बचाओ करके  जतन
बिटिया घर ऑगन की है   श्रृंगार
बिटिया पे टिका है अगला ससार

बिटिया को बचाना बिटिया को पढ़ाना
बिटिया पे टिका है आने वाला जमाना
बिटिया प्रकृति की अनोखी है शान
कायनात की है बहूमूल्य  वरदान

बिटिया वंशज की अनुपम वरदान
बिटिया  से समाज की नींव निर्माण
बिटिया है कूल की अगली  पायदान
बिटिया ने दी है मर्दों की    पहचान

बिटिया है घर की एक मेहमान
बिटिया ने दी खुशियों की जहान
बिटिया है समाज में       महान
बिटिया की महत्ता से ना हो अनजान

बिटिया को पढ़ाना उन्हें लिखाना
बिटिया को किरण बेदी बनाना
बिटिया झांसी की रानी    है
बिटिया मर्द में भी मर्दानी हे

बिटिया दुर्गा देवी सरस्वती  महरानी
बिटिया है शक्ति की अद्भूत  ज्ञानी
बिटिया से समृद्धि की है अरमान
बिटिया जगत में है सर्व श्रेष्ठ महान

बिटिया ही गृह् की गृह् लक्ष्मी है
बिटिया पे टिका घर गृहस्थि है
बिटिया से सजा  यह बस्ती   है
बिटिया से पला घर की हस्ती है

— उदय किशोर साह

उदय किशोर साह

पत्रकार, दैनिक भास्कर जयपुर बाँका मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार मो.-9546115088