व्यंग्य कविता – परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
उस सरकार की शिक्षा स्वास्थ्य नीति ज़बरदस्त है
हमारी पार्टी तहे दिल से समझती है
अंदरखाने हम उनकी तारीफ़ करते हैं
परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
हालांकि इलेक्शन में जो ख़ास टक्कर दे रहे हैं
अंदर से हम उनसे बहुत घबराए हुए हैं
आरोपों से जोरदार पटकनी दे रहे हैं
परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
एक से दो बने हैं हमारे भविष्य को तकलीफ है
तीसरा बनाने की जोरदार प्लानिंग है
शिक्षा स्वास्थ्य नीति की विदेशों में भी तारीफ़ है
परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
रिजल्ट लिख कर देने का जज़्बा और दम है
मानते हैं कॉन्फिडेंस हिम्मत जबरदस्त है
मानते हैं शानायिते जोरदार पढ़े लिखे हैं
परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
अंदरखाने उनकी नीतियोंपर चलनेकी प्लानिंग है
मीडिया में उनका स्टेटस गिराने की चालिंग है
मनोबल तोड़ने नेगेटिव एप्रोच का डोज़ देना है
परंतु उनकी तारीफ़ करके प्रोत्साहन क्यों दें
— किशन सनमुख़दास भावनानी