कविता – नव वर्ष
आओ हम सब नव वर्ष का स्वागत करते है
नये सपनों के साथ नयी उम्मीदों को फिर से हम पूरा करते है
बुरी सब यादे मिटाकर नव वर्ष में खुशियों की बौछार करते है
नव वर्ष में हम अपनी मंजिल का आगज करते है
समाज और देश के लिए कुछ परिवर्तन करते है
सकारात्मक ऊर्जा का हम सबके मन में संचार करते है
सब प्रेम,सम्मान, आदर एक दूसरे को देकर नयी मिसाल कायम करते है
बुरे विचारों का त्याग कर नए विचारों का उदय करते है
मानवता अपनाकर सभी के लिए दिल में सहयोग रखते है
न हो किसी के प्रति भेदभाव,बैर और कपट के भाव का त्याग करते है
सबके मन में प्रेम,सद्भावना ,दया का भाव भरते है
नयी उमंगों और नई आशाओं के साथ नव वर्ष का आगाज करते है
सभी को माफ कर दिल से उन्हें प्यार से हम स्वीकार करते है
घर के सभी बड़ों का सम्मान करने का हम प्रण करते है
अपने पराएं का भेदभाव मिटाकर
सबको गले लगाएं
पुरानी सारी बुरी यादों को भुलाकर नये गीत गाएं
प्रकृति को न करें नष्ट बहुत सारे पेड़ लगाएं
प्रकृति के महत्व को समझे दुसरो को भी समझाएं
नव वर्ष लायेगा सबके जीवन प्रकाश ही प्रकाश है
आओ हम सब मिलकर प्रेम से नववर्ष का स्वागत करते है
— पूनम गुप्ता