खेल खेलती जिंदगी
समझ सके ना जिंदगी ,समझ सके ना प्रीत,
जीवन भर सुनते रहे ,बस जीवन संगीत।
आती जाती जिंदगी ,बदले पल पल रंग ,
कभी दुखों से दोस्ती ,कभी ख़ुशी से जंग।
बोल रही है जिंदगी ,कर ले ज़रा प्रयास ,
यूं ही हार न मानना ,नहीं छोड़ना आस।
भूली भटकी जिंदगी ,रचती नित इतिहास ,
जो गुलाब को चाहते ,पाते कांटे पास।
खेल खेलती जिंदगी ,हमसे बारम्बार ,
हम सोचें किस्मत बुरी ,करे हमें लाचार।