भजन/भावगीत

पद्मासना

आराधना करूँ, देवी पद्मासना ।
मैं उपासना करूँ, देवी पद्मासना ।
मेरे अधरों में , सुर बनके बैठो हे माँ,
स्वर साधना करूँ, देवी पद्मासना ।
आराधना करूँ ……
स्वर की देवी कहूँ, सुरपूजिता हो तुम।
धवल वसन धारिणी, परमपुनिता हो तुम।
तान वीणा की जैसे, सुरसरिता बहे ,
तेरी वंदना करूँ, देवी हंसासना ।
आराधना करूँ ……
वाग्देवी, रमा तू वारिजासना।
सुरवन्दिता तू ही, माँ पद्मलोचना।
ध्यान तेरा धरूँ, माँ ध्यान मेरा रखो,
मैं प्रार्थना करूँ, देवी श्वेतासना।
आराधना करूँ ……
वाणी, संगीत हो, भाषा वेदों की तुम ।
अज्ञानी हूँ मैं, माँ ज्ञान दे दोगी तुम।
अब तो विनती मेरी भी स्वीकारो हे माँ,
जिस भावना कहूँ, देवी पद्मासना।
आराधना करूं ……
— उषाकिरण निर्मलकर

उषाकिरण निर्मलकर

पिता - श्री गैंदराम निर्मलकर माता - श्रीमती गनेशिया निर्मलकर पता :- ग्राम-पोस्ट - करेली छोटी तहसील- मगरलोड जिला- धमतरी (छत्तीसगढ़) 493662 उपलब्धियाँ एवं सम्मान :- 1."माता-पिता" साझा संकलन हेतु सह- लेखक सम्मान । 2. के. बी. राइटर्स अंतराष्ट्रीय साहित्यिक मंच द्वारा विभिन्न साझा संकलन हेतु सम्मान । 3. कलमकार साहित्य शिरोमणि सम्मान 2022 । 4. के बी राइटर्स कलमकार सम्मान 2022 । रचनाओं का प्रकाशन कहाँ-कहाँ हो चुका है? :- दी ग्राम टुडे लखनऊ दैनिक समाचार पत्र, समृद्धि न्यूज़ लखनऊ, मालवा हेराल्ड, दूसरा मत, इंदौर समाचार, साहित्य एक नजर कोलकाता, सारंगढ़ टाइम्स, रेड हैंडेड, किलोल प्रत्रिका एवं विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में प्रकाशित। प्रकाशित पुस्तक (यदि हो तो) :- 1.माता-पिता (साझा संकलन) 2.श्रद्धा सरोवर (साझा संकलन) 3.कलम ही पहचान है ( साझा संकलन ) 4.अर्पित (साझा संकलन) 5.मेरी कलम से (साझा संकलन ) 6.एक मुस्कान (साझा संकलन प्रकाशाधिन ) लेखन की विधा :- गीत, कविता, लघुकथा, बाल कविता पेशा :- व्याख्याता अंग्रेजी के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भोथीडीह विकासखंड- मगरलोड जिला-धमतरी (छत्तीसगढ़) में कार्यरत। 8963956080