कविता

कविता – देश की मिट्टी

मेरे देश मिट्टी में जन्में अनेक वीर जवान है
कृष्ण राम तुलसी जैसे महापुरुषों की तपोभूमि है
देश की मिट्टी में अनेक ऋषि,मुनियों ने जन्म लिया है
सारी दुनियाँ में मेरा देश महान है सीता,सती सावित्री,ने इस धरा पर जन्म लिया
देश मिट्टी का तिलक लगाकर वीरों ने बलिदान दिया
देश की मिट्टी की ख़ातिर सरहद पर बैठे सीना ताने है
सीने पर गोली खाये दुश्मन के आगे सर न झुकाते है
बैठे देश के रक्षक बनकर ऐसे वीरों को सलाम है
देश की मिट्टी  को महान वीर भगतसिंह, सुभाष जैसे बलिदानियों ने अपने रक्त से सींचा है
कल कल करता नदियों का पानी इस मिट्टी की शान है
वेद पुराण,उपनिषद, गीता,गुरुग्रथ साहिब और कुरान मेरे देश का अभिमान है
मेरे देश की मिट्टी पवित्र पावनी और महिमा अपरम्पार है
देश की मिट्टी में मिला जन्म ये हमारा सौभाग्य है
देश की मिट्टी गुण अनंत और अपार है
देश की मिट्टी का हम करते वंदन बारम्बार है.
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश