बंद हो लोभ की राजनीति
हमें कृतज्ञ होना चाहिए हर उस सुविधा के लिए जो देश हमें देता है. असामाजिक तत्व यह कहकर भारत के जनमानस को विद्रोही बनाने का षड्यंत्र करते है कि “जो दे रहे है आपकी जेब से दे रहे है क्या ?”
कोई सरकार या कोई शासन स्वयं की संपदा नही देता, अवश्य रूप से यह संपदा देश की जनता के द्वारा प्रदत्त होती है, परन्तु उसे सही रूप में सही उद्देश्य के लिए व्यय करना यह सरकारों के अधिकार में होता है। सरकारों द्वारा किए गए योग्य निर्णयों की प्रशंसा भी करें, यदि अव्यवहारिक निर्णयों की निंदा करते है तो। वरना अकारण व्यक्ति, विचार, सरकारों का विरोध करने की दुर्भावना आपको ही अंधकार में ढकेलती है।
आज पाकिस्तान की हालत देखें, जो अनाज भारत 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क दे रहा है, वही अनाज पाकिस्तान में लूटने के लिए हजारों की भीड़ एक दूसरे को मारने को तैयार है, लोभ की राजनीति, फ्री में मिलने वाली सुविधाओं को अधिक न स्वीकारते हुए, हमें कृतज्ञ होकर लोभ की राजनीति को कम करने पर ध्यान देना चाहिए।
जैसा समाज होगा वैसी राजनीति उसे मिलेगी।
— मंगलेश सोनी