“जय हिंद” मीठा सपना सुरंगा
“जय हिंद” केवल नारा नहीं है,
“जय हिंद” में है हिंदुस्तान,
“जय हिंद” है वीरों की शक्ति,
“जय हिंद” है आत्मसम्मान.
“जय हिंद” कहते-कहते चले थे,
वीर अमर जो सैनानी,
हंसते-हंसते देश की खातिर,
दे गए जान की कुर्बानी.
“जय हिंद” है संगठन की शक्ति,
“जय हिंद” स्वाभिमान की भक्ति,
“जय हिंद” अपना स्वार्थ छोड़ना,
“जय हिंद” देश के हित अनुरक्ति.
“जय हिंद” गौरव ऊंचा रखता,
“जय हिंद” अपने देश की शान,
“जय हिंद” ने सीमाएं साधीं,
“जय हिंद” देश का गरिमा-गान.
“जय हिंद” में है प्रेम की गंगा,
“जय हिंद” अपना झंडा तिरंगा,
“जय हिंद” भारत मां का भाल है,
“जय हिंद” मीठा सपना सुरंगा.